इमोशनल इंटेलिजेंस कोच सर्टिफिकेशन

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इमोशनल इंटेलिजेंस कोच सर्टिफिकेशन

इमोशनल इंटेलिजेंस के संबंध में बात करने से पूर्व एक टेस्ट सॉल्व करते हैं ।

नीचे लिखे हुए वाक्य आपकी जिंदगी में कितनी हद तक लागू होते हैं ।

 

1 - बिल्कुल नहीं ।

2 – कभी-कभी ऐसा होता है ।

3 - आधे समय इस तरह होता है ।

4 - ज्यादातर बार ऐसा होता है ।

5 - हर बार ऐसा ही होता है ।

1. जब भी मेरा मूड खराब होता है, मुझे तुरन्त पता चलता है ।

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2. जब मुझे खुशी का एहसास होता है, मुझे उसी वक्त पता चल जाता है ।

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3. जब मैं तनावग्रस्त होता हूँ, मुझे तुरन्त समझ आ जाता है ।

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4. जब मैं भावुक हो जाता हूँ, मुझे तुरन्त समझ में आ जाता है ।

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5. जब भी मैं बेचैन हो जाता हूँ, मुझे बेचैनी के पीछे की वजह पता होती है ।

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6. मुझे पता होता है, कि कब मैं अविवेकी की तरह बर्ताव कर रहा हूँ ।

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7. हर वक्त मैं मेरी भावनाओं के प्रति सजग रहता हूँ ।

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8. मुझे पता है कि क्या करने से मुझे आनंद मिलता है ।

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9. अगर कोई नाराज हो जाता है या उसका मूड खराब हो जाता है, तो मुझे पता चल जाता है ।

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10. कोई भी नकारात्मक भावना ज्यादा देर नहीं टिक पाती है, क्योंकि मुझे पता होता है कि वह नकारात्मक भावना अनुभव करने के बाद उससे बाहर निकलने के लिए मुझे क्या करना होगा ।

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अब इस टेस्ट के रिजल्ट के बारे में कुछ देर बाद बात करेंगे, तब तक ली आयाकोका की कहानी पढ़ते हैं ।

13 जुलाई 1978, दोपहर के 3:00 बजे थे । हेनरी फोर्ड II ने ली आयाकोका को अपने ऑफिस में बुला लिया । हेनरी फोर्ड II उस वक्त फोर्ड मोटर कंपनी के मालिक थे और ली आयाकोका फोर्ड मोटर कंपनी के सीईओ थे । उस दौर में ली आयाकोका के नेतृत्व में फोर्ड मोटर कंपनी की तरक्की दिन दुगनी रात चौगुनी हुई थी । ली आयाकोका की मेहनत की वजह से उस साल कंपनी ने 8 बिलियन डॉलर से ज्यादा की कमाई की थी और इतनी आमदनी फोर्ड मोटर कंपनी के इतिहास में पहली बार अर्जित हुई थी ।

मीटिंग शुरू हुई, फोर्ड और ली आयाकोका के बीच में कुछ अनबन हुई और फोर्ड ने आयाकोका से कहा, “यू आर फायर्ड” । यह सुनकर कुछ पलों के लिए आयाकोका चौक गए और उन्होंने फोर्ड से पूछा, “मेरी गलती क्या है?” इस पर फोर्ड ने जवाब दिया, “तुम मुझे पसंद नहीं हो ।”

और इस तरह से अमरिका की एक सबसे बड़ी और सफल मोटर कंपनी के सबसे ताकतवर सीईओ को काम से निकाला गया था । जिस कंपनी के लिए आयाकोका ने दिन रात मेहनत की थी, कंपनी का प्रॉफिट बढ़ाने के लिए हर मुमकिन प्रयास किया था, कंपनी के लिए पूरी जिंदगी दी थी, उस कंपनी के मालिक ने कहा था कि तुम मुझे पसंद नहीं हो, इसलिए तुम्हें नोकरी से निकाल दिया जाता है ।

इस पूरी घटना से आयाकोका को गहरा सदमा लगा, उन्हें बेहद बुरा और निराश महसूस हो रहा था । 1 साल तक आयाकोका अपनी भावनाओं को संभालते रहे, गुमनामी की जिंदगी जीते रहे, इस घटना के नकारात्मक प्रभाव से बाहर आने का प्रयास करते रहे और परिणामतः वह आत्मविश्वास से सराबोर, उत्साह और ऊर्जा के साथ जीवन में आगे बढ़ने में कामयाब भी हुए ।

क्रिसलर नाम की एक मोटर कंपनी जो उस वक्त दिवालिया बनने की कगार पर थी, आयाकोका उस डूबती हुई कंपनी के सीईओ बने और फिर चमत्कार हुआ, आयाकोका ने अपनी मेहनत, समर्पण और लगन के चलते सिर्फ 3 सालों में क्रिसलर को अमरिका की सबसे बेहदरीन और सफल मोटर कंपनी बना दिया । इतना ही नहीं, उनके इस करिश्मे के चलते पोर्टफोलियो मैगजीन में उन्हें अमरिका के सबसे बेहदरीन सीईओ की सूची में 18 वां स्थान दिया गया ।

अब सवाल यह है कि ली आयाकोका ने नकारात्मक भावनाओं को किस तरह नियंत्रित किया होगा?

किस तरह ली आयाकोका ने निराशा भरी परिस्थिति से बाहर निकल कर सकारात्मक भावनाओं का अनुभव किया होगा?

किस तरह ली आयाकोका ने विपरीत परिस्थिति में भी लड़ने के जज्बे की भावना जीवित रखी होगी?

जिस तरह ली आयाकोका ने नकारात्मक भावनाओं को नियंत्रित करते हुए सकारात्मक भावनाओं को निर्माण किया, क्या हम भी इस ताकतवर कौशल सीख सकते हैं?

आपके इन सारे सवालों के जवाब आपको ‘इमोशनल इंटेलिजेंस कोच सर्टिफिकेशन कोर्स’ में मिलेंगे । असल में, आज की तारीख में इमोशनल इंटेलिजेंस विषय सीखना एवं स्वयं को इमोशनली इंटेलिजेंट बनाना, समय की जरूरत बन चुकी है । टैलेंट के साथ-साथ भावनाओं को नियंत्रित कर उन्हें सकारात्मक दिशा देना, सफलता की कुँजी बन चुकी है । यह एक कौशल आपकी जिंदगी में परिवर्तन की बाढ़ ला सकता है, कोच एवं ट्रेनर के तौर पर दूसरों की जिंदगी में परिवर्तन लाने का सबसे महत्वपूर्ण टूल साबित हो सकता है ।

 

डेनियल गोलमन के अनुसार, इमोशनल इंटेलिजेंस याने, किसी भी व्यक्ति की स्वयं की तथा दूसरों की भावनाओं को पहचानने, समझने, नियंत्रित करने और उन्हें दिशा देने की क्षमता । उनके मतानुसार इस क्षमता के पाँच घटक होते हैं ।
1. स्व जागरूकता - Self-Awareness
2. स्व नियमन - Self-Regulation
3. आंतरिक प्रेरणा - Internal Motivation
4. सहानुभूति - Empathy
5. लोगों से संबंधित कौशल - People Skills

ट्रेनिंग के दरमियान हम इन पाँचों पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करते हैं, साथ ही साथ हर पहलु को स्वयं के भीतर तथा ट्रेनर बनने के बाद प्रतिभागियों के भीतर विकसित करने के टूल्स् भी सीखते हैं । यह सब हम हँसते-खेलते प्रात्यक्षिक करते हुए समझते हैं और उस समझ को अनुभूती में परिवर्तित करते हैं ।

क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि इमोशनली इंटेलिजेंट बनना आपके भीतर छिपी हुई प्रतिभा को निखार सकता है, आपकी रचनात्मकता को उजागर कर सकता है और बेहतर भविष्य निर्मित करने की आपकी इच्छाशक्ति का इंधन बन सकता है? क्या आपको पता है कि इमोशनल इंटेलिजेंस कोचिंग की मदद से आप अपनी भावनाओं पर पूरी तरह से नियंत्रण स्थापित करते हुए उन्हें सकारात्मक दिशा दे सकते हैं? यह एक कौशल ना सिर्फ आपके जीवन में बुनियादी तौर पर परिवर्तन लाएगा किंतु ट्रेनर तथा कोच के तौर पर यह आपके करियर में सफलता की नई इबादत लिखने में सबसे अहम भूमिका निभाएगा । मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूँ, इमोशनल इंटेलिजेंस कोच का यह सर्टिफिकेशन और ट्रेनिंग आपके जीवन में सकारात्मकता के नए आयामों का सृजन करने में जरूर सफल साबित होगा ।

अब अंत में टेस्ट का रिजल्ट जान लेते हैं । ब्लॉग की शुरुआत में आपने जो एक टेस्ट सॉल्व की थी, वह इमोशनल इंटेलिजेंस के ‘सेल्फ अवेयरनेस’ इस पहलू पर आधारित थी । अब आपको हर वाक्य के नीचे आपने जो मार्कस् दिए हैं, उनकी टोटल करनी है । नीचे दिए गए परिणाम के साथ अपना स्कोर टैली करें ।

35-50 = आप अपनी भावनाओं के प्रति बेहद सजग है ।

18-34 = आपको अपनी भावनाओं के संबंध में, आप जो कुछ महसूस कर रहे हैं उसके बारे में, ध्यान देने की जरूरत है ।

10-17 = इमोशनल इंटेलिजेंस पर काम करना आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए ।

(एन.एल.पी. मास्टर तथा एन.एल.पी. मास्टर ट्रेनर प्रोग्राम आई.बी.एच.एन.एल.पी. में एक व्यापक पाठ्यक्रम है, जिस में कम से कम 6 महीने का एक विशेष प्री-ट्रेनिंग कोर्स (वर्चुअल + असाइनमेंट फॉर्मेट में) तथा 9 दिनों तक 15-20 प्रतिभागियों के समूह में कक्षा प्रशिक्षण + 3 महीने के प्रोजेक्ट समाहित है । एन.एल.पी. मास्टर तथा एन.एल.पी. मास्टर ट्रेनर सर्टिफिकेशन कोर्स के प्रतिभागियों को सी.बी.टी., इमोशनल इंटेलिजेंस तथा कॉर्पोरेट ट्रेनर का नि: शुल्क प्रशिक्षण एवं  प्रमाणपत्र भी मिलेगा । इस कोर्स के सफल समापन के बाद, प्रतिभागियों को निम्नलिखित प्रमाणपत्रों से सम्मानित किया जाएगा:

1. एन.एल.पी. मास्टर

2. एन.एल.पी. मास्टर ट्रेनर

3. सी.बी.टी. प्रैक्टिशनर

4. इमोशनल इंटेलिजेंस कोच

5. कॉर्पोरेट ट्रेनर

उपरोक्त सर्टिफिकेशन कोर्सेस के लिए आवेदन करने से पूर्व मुंबई, पुणे, दिल्ली, अहमदाबाद या बैंगलोर में आई.बी.एच.एन.एल.पी. द्वारा आयोजित एन.एल.पी. प्रॅक्टिशनर सर्टिफिकेशन कोर्स को पूरा करना अनिवार्य है । भारत के उपर्युक्त सभी शहरों में एन.एल.पी. प्रॅक्टिशनर प्रशिक्षण के नियमित बैचेस आयोजित किए जाते हैं । आई.बी.एच.एन.एल.पी. में एन.एल.पी. प्रॅक्टिशनर प्रशिक्षण के सफल समापन के बाद ही, कोई एन.एल.पी. मास्टर तथा  एन.एल.पी. ट्रेनर सर्टिफिकेशन कोर्सेस के लिए आवेदन कर सकता है । यदि आप एन.एल.पी. मास्टर तथा एन.एल.पी. मास्टर ट्रेनर के रूप में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं, तो आई.बी.एच.एन.एल.पी. अपनी सभी विशेष सुविधाओं के साथ अपनी यात्रा शुरू करने का सबसे अच्छा विकल्प होगा। जिन्होंने किसी अन्य एन.एल.पी.ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट से अपना एन.एल.पी. प्रॅक्टिशनर सर्टिफिकेशन कोर्स किया है, उन्हें आई.बी.एच.एन.एल.पी. में एन.एल.पी. प्रॅक्टिशनर ट्रेनिंग से अपनी यात्रा शुरू करनी होगी ।)

(अगर आप एन.एल.पी. प्रॅक्टिशनर कोर्स में एनरोल करते हैं, तो आइ.बी.एच.एन.एल.पी. की ओर से एन.एल.पी. प्रॅक्टिशनर सर्टिफिकेशन के साथ-साथ आपको हिप्नोसिस प्रॅक्टिशनर + एन.एल.पी. कोच + लाइफ कोच का ट्रेनिंग तथा सर्टिफिकेशन नि:शुल्क मिलेगा ।)

01. एन.एल.पी. ट्रेनिंग मुंबई  -  05th October  to 10th October  2023 in Mumbai (Preparatory Course Registrations from 05th June 2023)
 02. एन.एल.पी. ट्रेनिंग  पुणे – 22nd  December to 27th  December  2023 in Pune (Preparatory Course Registrations from 1st August 2023)
03. एन.एल.पी. ट्रेनिंग अहमदाबाद - 26th January  to 31st January  2024 in Ahmedabad (Preparatory Course Registrations from 15th September 2023)
04. एन.एल.पी. ट्रेनिंग दिल्ली 23rd February to 28th February 2024 in Delhi (Preparatory Course Registrations from 20th October 2023)
05. ऑनलाईन एन.एल.पी. ट्रेनिंग - Get the Pre-Recorded Video Course

 

कृपया अधिक जानकारी हेतू हमें संपर्क करें - +919834878870 या हमें [email protected] इस मेल आई डी पर मेल भेजें ।